डाॅ0 देवकृष्ण थपलियाल
*बाहर के साथ अंदर की समृद्धि भी जरुरी : डॉ0 रवि कुमार*
*युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी से प्रेरणा लेंनी होगी : चरण सिंह*
राष्ट्रीय युवा दिवस/विवेकानंद जयंती पर राठ महाविद्यालय पैठाणी पौड़ी गढ़वाल में आयोजित की गई ऑनलाइन व्याख्यान गोष्ठी ।
*पैठाणी* । राष्ट्रीय युवा दिवस तथा स्वामी विवेकानंद जयंती के सुअवसर पर राठ महाविद्यालय में एक प्रेरणापद व्याख्यान गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें स्वामी विवेकानंद व महर्षि अरविन्द जैसे दार्शनिक विद्दवानों के आदर्श प्रस्तुत किये गए । वार्ता का शुभारम्भ दून विश्वविद्यालय देहरादून के जापानीज़ भाषा विभाग के युवा प्रोफ़ेसर डॉ0 रवि कुमार नें की है । उन्होंने कहा की आज बाहरी समृद्धि को प्रगति माना जा रहा है । जबकि आतंरिक दृष्टि से व्यक्ति परेशान है बढ़ते मादक द्रव्यों के सेवन को वह आनंद मान रहा है, जबकि यह स्वयं को गर्त में धकेलना जैसा है । उन्होंने कहा यह स्वस्थ मानव के लक्षण नहीं हैं । उन्होंने कहा की आज प्रत्येक व्यक्ति को “कैडेट” बनने की जरुरत है। जिसमे उत्साह, लगन, धैर्य और पक्का इरादा हो तभी वह अपने लक्ष्य को आसानी प्राप्त कर सकता है । अपनी ओजस्वी व प्रेरणापूर्ण वक्तव्य गोष्ठी में रखा । दूसरे प्रमुख वक्ता के रूप में जोशीमठ राजकीय महाविद्यालय के युवा प्रोफेसर डॉ0 चरण सिंह केदारखंडी थे, उन्होंने जीवन के अनेक आदर्श प्रस्तुत किये महर्षि अरविन्द व श्री माँ की आध्यात्मिक तरंगों से अनुप्राणित डॉ0 चरण सिंह नें कहा की विवेकानंद का जीवन अनेक टेड़े मेढे रास्तों से गुजरा है । तभी उन्हें सत्य की अनुभूति हुई है मात्र छोटी सी आयु में उन्होंने वह काम किया जिसे लोग कई जीवन खप जानें के बाद भी नहीं कर सकते अपने आध्यात्मिक व गंभीर वक्तव्य में उन्होंने युवाओं को आगे बढ़ने के लिये अनेक दृष्ठन्त प्रस्तुत किये । उत्तराखंड देव भूमि के बारे में कहा की यहाँ शरीर छोड़नें की कल्पना स्वामी विवेकानंद नें भी की थीं ।
युवाओं की ओर मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा की आपदा पृथ्वी के किसी टुकड़े के धसनें से नही आती बल्कि मनुष्य के गिरनें से बड़ी आपदा आतीं हैं ।
गोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 जितेंद्र कुमार नेगी ने की डॉ0 नेगी नें सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा की महाविद्यालय का उद्देश्य युवा को ज्यादा से ज्यादा विकसित करना है ।और उन्हें जीवन के सभी क्षेत्रों में अग्रणी बनाना है । अंत में डॉ0 अरविन्द कुमार नें सभी आगंतुकों व वक्ताओं का आभार व्यक्त किया । गोष्ठी का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयोजक डॉ0 देव कृष्ण थपलियाल नें किया । आनलाइन विचार गोष्ठी में डॉ0 अखिलेश कुमार सिंह, डॉ0 श्याम मोहन सिंह , डॉ0 प्रदीप कुमार, डॉ0 मंजीत भंडारी, डॉ0राम सिंह नेगी, डॉ0 राजीव दुबे, आदि प्राध्यापक मौजूद रहे।