शुभ संकेत-उत्तराखंड में भू कानून का बुखार हर किसी के सिर चढ़कर बोल रहा,अपने-अपने तरीके से उत्तराखंडी जनमानस हो रहा लामबंद

0
452

आजकल सोशल मीडिया पर
उत्तराखण्ड में “भू-कानून” लागू करने की मांग हेतु लोग तरह तरह से अपने विचार साझा कर रहे हैं।
उनमें से सोशल मीडिया पर एक यूजर योगेश बहुगुणा नाम से हैं, वो हर सामाजिक व राजनीतिक मुद्दे पर अपने विचार साझा करते हैं। पहाड़ और पहाड़ी संस्कृति को बचाने हेतु कविताओं के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की कोशिश करते हैं।
योगेश बहुगुणा का “आओ पहाड़!!!! बचाओ पहाड़!!!” नाम से यूट्यूब चैनल है, जिसमें आप पहाड़ और पहाड़ी संस्कृति से संबंधित जागरूक करने वाली कविताएं सुनने को मिलते हैं।
आज उन्ही के द्वारा पोस्ट की गयी कविता इस प्रकार है:-

कान खोलकर सुन लो दिल्ली, नींद से जागो देहरादून।
देवभूमि की जनता अब के, मांग रही है “भू-कानून”।।

ये देवभूमि तुमने बतलाओ, किसके हवाले छोड़ी है।
कोई भी आकर बस जाए, ये “धर्मशाला” थोड़ी है।।

देवभूमि का नौजवान, मुम्बई दिल्ली में भटक रहा।
और यहां की सुख सुविधाएं, कोई और ही गटक रहा।।

उत्तराखंड के लोगों को, ना शिक्षा ना रोजगार मिला।
20 साल से हम सबको क्यों, धोखा ही हर बार मिला।।

सपनों के उत्तराखंड के लिए, सैकड़ों ने दी है कुर्बानी।
खून तुम्हारा नहीं खौलता, क्या खून हो गया है पानी।।

सत्ता में बैठे नेताओ, इस बार ये काम तुम खास करो।
50 साल के मूल निवास का, कानून जल्दी पास करो।।

ध्यान रहे ये देवभूमि, जम्मू कश्मीर ना बनने पाए।
अपनी कोख से कोई माँ, “आतंकी” ना जनने पाए।।

जागो देवभूमि के लोगो, सबके मन में ये जोश भरो।
हमें चाहिए “भू-कानून”, इस नारे का “उद्घोष”करो।।

जो करे पहल इन कानूनों की, वो सरकार हमारी है।
करे विरोध इन आवाजों का, तो “संस्कृति” की हत्यारी है।।

अब के तो इस राज्य का पूरा, वोट उसी को जाएगा।
जो देवभूमि की रक्षा हेतु , जल्दी “भू-कानून” लाएगा।।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here