जोर का झटका लगेगा धीरे से,लेकिन किससे,जानने के लिए पढ़ें
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जल्दी ही उत्तराखंड के विद्युत उपभोक्ताओं को जोर का झटका लगने वाला है,झटका यह है कि कोरोना काल में तंगहाल अधिकांश जनता के कंधों पर विद्युत विभाग जोर डालने जा रहा है,अर्थात उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं का विद्युत बिल बढ़कर आने वाला है एक तरफ जहां 3 महीने का बिल कई लोगों का साथ आने वाला है वहीं उत्तराखंड में बिजली दरें बढ़ने का सीधा असर आम आदमी पर पड़ने वाला है.उत्तराखंड में एक अप्रैल से बिजली के दामों इजाफे के बाद अभी तक कई उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिले हैं।एक अप्रैल से महंगी हुई बिजली की दरों का झटका उपभोक्ताओं को लगा था,हालांकि बीपीएल और 100 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को इसमें राहत दी गई थी।बढ़ाई गई दरें एक अप्रैल से लागू कर दी गई थीं।उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग द्धारा बिजली के दाम बढ़ाये जाने के बाद से अभी तक कई उपभोक्ताओं को बिजली का बिल ही नहीं मिला, ऐसे में जहां एक ओर दाम भी बढ़े वहीं तीन महीनों का बिल एक साथ आने पर बड़ा बोझ उपभोक्ताओं को झेलना पड़ेगा।यूपीसीएल इसका बड़ा कारण कोविड महामारी को बता रहा है।
यूपीसीएल का कहना है कि बिजली विभाग के कई कर्मचारी कोविड के चपेट में रहे साथ ही कई गांवों में भी कोविड की वजह से लोगों ने कर्मचारियों के आने का भी विरोध किया था। मई के महीने में उत्तराखंड में कोविड संक्रमण बड़े स्तर पर फैला जिस दौरान लोगों ने संक्रमण के ख़तरे के चलते बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी गांवों में नहीं आने दिया।ये भी एक बड़ी वजह रही की कर्मचारी यूनिट डिटेल्स इकठ्ठा नहीं कर पाये थे।