डाॅ0देव कृष्ण थपलियाल
*स्नातक के लिए*सीयूईटी की बाध्यता खत्म हो*
*प्राचार्य डा0 जितेंद्र कुमार नेगी ने कहा ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं की बढ़ी मुश्किलें।*
*पैठाणी* । केंद्रीय वि0वि0 श्रीनगर
गढ़वाल से संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए कामन यूनिवर्सिटी इंट्र्स टेस्ट, (सी0यू0ई0टी) अनिवार्य किए जाने से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं की मुश्किलें बढ़ी हैं। राठ महाविद्यालय पैठाणी के प्राचार्य डा0जितेंद्र कुमार नेगी ने बताया की इस संबंध में उन्होंने विश्वविद्यालय की कुलपति, कुलसचिव व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली को ज्ञापन देकर यथास्थिति से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि उनका महाविद्यालय ग्रामीण व दूरूह भौगोलिक परिस्थितियों में होने के कारण वैसे ही तमाम तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रहा है, कमजोर नेटवर्क, विद्युत आपूर्ति में अनियमितता, कई बार संबंधित वेबसाइट के न खुलने से दुरस्त क्षेत्र के ग्रामीण युवाओं को खाली हाथ लौटना पड़ता है । इस बार टेस्ट बैठे कुछ छात्रों के परीक्षा केंद्र अपने राज्य से बाहर दूसरे राज्यों के शहरी क्षेत्रों में होने के कारण परीक्षा में बैठने से वंचित हो गए, अभिवाहकों का कहना था कि उनके पास इतना पैसा नहीं था की वे बच्चों के यात्रा और अन्य व्यय भार उठा सकें ? प्राचार्य डा0 जितेंद्र कुमार नेगी ने कहा कि सी0यू0ई0टी0 के लिए महाविद्यालय स्तर पर पहले ही सघन जागरूकता अभियान छेड़ा था, समिति ने क्षेत्र के सभी इण्टर कालेजों में संपर्क कर इस टेस्ट में शामिल होने के लिए छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित किया था, किंतु परिणाम अपेक्षित नहीं रहे ।
महाविद्यालय में प्रवेश के लिए सैकड़ों छात्र/छात्राएं लगातार संपर्क कर रहें हैं कितु सी0यू0ई0टी0 की बाध्यता के चलते उन्हें प्रवेश वंचित रहना पड़ रहा है।
प्राचार्य डा0 जे0के0नेगी कहा कि सी0यू0ई0टी0 की बाध्यता के चलते प्रवेश न देने के लिए मजबूर हैं ।