उत्तराखंड क्रांति दल ने कहा कि
आपदा ग्रस्त इलाको में राहत कार्य सरकार द्वारा जारी हैं लेकिन किस गति से होनी चाहिए थे, उस प्रभावी तरीके से नही हो पा रहे हैं। कुमाऊँ क्षेत्र में इसकी मार ज्यादा पड़ी है। प्रभावित लोगों तक राहत सही ढंग से पँहुच सके इसके लिए सरकार को और मुस्तैदी से कार्य करने की जरूरत।उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि सम्पूर्ण उत्तराखंड आपदा के हिसाब से अतिसंवेदनशील है लेकिन 21 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी सरकार में रहे सत्ताधारी दल एक आपद प्रबंधन का आधारभूत ढांचा तैयार नही कर पाये हैं। प्रदेश में विभिन्न संगठन इस प्रकार के कामो में अपना सहयोग करते आये हैं उनमें से एक प्रमुख संगठन गुरिल्ला संगठन है।यह संगठन आपदा प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।इस समय इस संगठन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि इनका समुचित लाभ आपदा प्रबंधन में लिया जा सके।
प्रवक्ता विजय बौड़ाई ने कहा है कि विगत 15 वर्षों से नौकरी और पेंशन की मांग को लेकर आंदोलित गुरिल्लों की मांगों पर केन्द्र वह राज्य सरकार शीघ्र कार्यवाही करे उन्होंने अपने बयान में कहा है कि कभी भारत चीन सीमा की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्यों से जुड़े रहे एसएसबी स्वयंसेवकों के संबंध में पूर्व सरकारों ने स्वैच्छिक आपदा प्रबंधन बल का गठन करने, सड़कों के रखरखाव हेतु मेट एवं बेलदार पदों पर नियुक्ति देने, कृषि सहायक पदों पर नियुक्ति देने जैसे शासनादेश जारी किए किंतु जहां स्वैच्छिक आपदा प्रबंधन बल के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ ही नहीं हुई वही लोक निर्माण विभाग एवं कृषि विभाग में इक्का-दुक्का नियुक्तियां ही गुरिल्लों को दी गई यही नहीं पिछली राज्य सरकारों ने गुरिल्लों के लिए स्टेट इको टास्क फोर्स बनाने वन विभाग में कैंपा योजना में नियुक्ति देने पीआरडी और होमगार्ड के माध्यम से विभिन्न विभागों में नियुक्ति देने के निर्णय भी उच्च स्तर पर लिए लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने उन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया केंद्र की भाजपा सरकार का रवैया भी गुरिल्लों के मामले में अति उदासीन ही रहा है इसलिए उत्तराखंड क्रांति दल पुरजोर तरीके से यह मांग करता है कि गुरिल्लों के संबंध में जारी शासनादेशों को राज्य सरकार शत-प्रतिशत लागू करें तथा पिछली सरकारों द्वारा की गई घोषणाओं के अनुसार गुरिल्लों का समायोजन सुनिश्चित करें उत्तराखंड क्रांति दल गुरिल्लों की मांगों का पूर्ण समर्थन करता है तथा उन्हें जल्द से जल्द कार्य सौंपे।उत्तराखंड क्रांति दल सत्ता में आने के बाद उन्हें उचित सम्मान और रोजगार प्रदान करेगा।