विरेन्द्र सिंह कपकोटी
हल्द्वानी।
भू कानून, इनर लाइन परमिट,आर्टिकल 371, मूल निवास 1950 की मांग को लेकर युवाओं का हल्द्वानी में धरना प्रदर्शन।
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उत्तराखंड राज्य में वर्ष 2022 के विधानसभा सन्निकट देखकर उत्तराखंड के लोगों में राज्य का अपना निजी भू कानून को लेकर कहीं ना कहीं हर रोज धरना प्रदर्शन चल रहा है।
5-6 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव व चुनावी सत्र के बीच एक बार फिर से भू कानून की मांग जोरों पर है आज हल्द्वानी में वंदे मातरम ग्रुप के द्वारा भू कानून आर्टिकल 371 मूल निवास 1950 इनर लाइन परमिट सिस्टम को लेकर हलद्वानी के बुद्ध पार्क में धरना प्रदर्शन और जनसभा का आयोजन किया गया जहां पर भीमताल रामनगर रुद्रपुर आदि क्षेत्रों से युवाओं ने भारी बारिश के बीच इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया वक्ताओं ने सरकार को कड़े शब्दों में चेताते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार भू कानून और उनकी तमाम मांगों को नहीं मानेगी ।तो वह आने वाले समय में अपने आंदोलन को और उग्र कर देंगे वक्ताओं में राज्य आंदोलनकारी ललित जोशी जी ने कहा कि उत्तराखंड आज भी वही का वही है जो सपना हमने उत्तराखंड बनते समय देखा था पर आज वह सपना साकार होते हुए नहीं दिख रहा आज उत्तराखंड भू माफियाओं के चुंगल में है पहाड़ संघर्ष समिति के तेजेश्वर घुघत्याल ने कहा कि हमें अपनी सभ्यता संस्कृति को बचाने के लिए आर्टिकल 371 हर हाल में लागू करवाना होगा वक्ताओं के क्रम में भुवन जोशी जी राज्य आंदोलनकारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य का जो सपना राज्य आंदोलनकारियों ने देखा था वह आज तक पूरा नहीं हो पाया सभा को संबोधित करते हुए हुकुम सिंह कुंवर राज्य आंदोलनकारी ने युवाओं के जोश के बढ़ाते हुए कहा कि आज उत्तराखंड के दोनों राजनीतिक दल उत्तराखंड को बारी-बारी से लूट रहे हैं और अब युवाओं को इस राज्य को बचाने के लिए आगे आना होगा सभा का संचालन कार्तिक उपाध्याय जी ने किया इस दौरान वंदे मातरम के शैलेन्द्र दानू, अभिनव वार्ष्णेय, ललित पर्गाई, उमेश बचखेती, विशाल भोजक, उमेश बचखेती, चंद्रशेखर पर्गाई, दीपक जोशी, जितेंद्र रावत, बिजेंद्र नेगी, योगेश बहुगुणा तथा क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद रहे और सभी ने एकमत होकर कहा कि हम आने वाले समय में एकजुट होकर पूरे उत्तराखंड के अंदर भू कानून प्रतीक 371 मूल निवास 1950 इनर लाइन परमिट को लेकर आंदोलन करेंगे हमें सिर्फ भू कानून नही बल्कि अन्य मांगों पर भी सख्त कानून चाहिए।