बिरेन्द्र कपकोटी
अल्मोड़ा।
शीर्ष नेतृत्व के फैसले से आहत हैं सुभाष पाण्डेय कल कर सकते हैं धमाका
भारतीय जनता पार्टी के जागेश्वर विधानसभा सीट से भाजपा के 2017 में मामूली मतों से हारने वाले सुभाष पांडेय को टिकट न देने पर वह आहत और मायूस हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि पूरी विधानसभा सीट के पदाधिकारी और कार्यकर्ता हाई कमान के इस फैसले से निराश है। स्पष्ट किया है कि वह कार्यकर्ताओं की भावनाओं को जानने के लिए लमगङा, दन्या और जैंती जा हे हैं। समर्थकों की भावनाओं के अनुसार कल 28 जनवरी को कोई फैसला लेंगे।
सुभाष पांडेय ने कहा कि वह पिछले आठ साल से गांव गांव घूम कर भाजपा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी को नई ताकत दी। 2017 के विधानसभा चुनाव में मात्र 300 मतों से पाटी की हार हुई। इस हार के पीछे भी कुछ भाजपा कायॅकताॅ जिम्मेदार थे। संगठन ने इनकी सूची भी हाईकमान तक पहुंचाई। पांच साल तक गांव गांव में पार्टी के हित में काम किया। भाजपा द्वारा कराए गए सभी सर्वे में वह अन्य से बहुत आगे थे। वरिष्ठ नेताओं ने पांडे को टिकट देने का भरोसे दिलाया है। इसके बावजूद पांडे को अभी तक टिकट नहीं दिया गया है,जबकि कल नामांकन का आखिरी दिन है।
यदि पांडे को टिकट नहीं दिया गया तो कुछ भी फैसला ले सकते हैं,और यदि ऐसा हुआ तो भाजपा को इस सीट से वंचित रहना पड़ सकता है।