ऊर्जा मंत्री व मुख्यमंत्री की बातों में विरोधाभास,बीजेपी का चुनावी जुमला है फ्री बिजली: आप
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी(आप)ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत के आपस में विरोधाभासी बयान से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा का राज्य की जनता को 100 यूनिट बिजली फ्री देने की बात सिर्फ जुमला है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता रविंद्र जुगरान और प्रदेश प्रवक्ता नवीन पीरशाली ने आज प्रदेश कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता के दौरान , उत्तराखंड में मुफ्त बिजली के मुद्दे पर राज्य सरकार पर जम कर निशाना साधा है। आप प्रवक्ता नवीन ने कहा,इस प्रदेश में बीजेपी ने पिछले साढ़े चार साल में केवल लूट और भ्रष्टाचार किया है और अब मुफ्त बिजली के मुद्दे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बयान के बाद साफ हो गया है कि सरकार प्रदेश की जनता के साथ छल कर रही है। उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री के उस वीडियो बयान के जरिए पत्रकारों को बताया फ्री बिजली देने की बात करने वाली बीजेपी का ये सिर्फ चुनावी जुमला है। जैसे अमित शाह कहते है चुनावों से पहले कोई जुमला होना चाहिए वैसे ही ये 100 यूनिट फ्री बिजली केवल चुनावी जुमला है। उन्होंने कहा,हमें लगता था ये घोषणा चुनावों तक जुमले की तरह रहेगा लेकिन ऊर्जा मंत्री हरक सिंह के बयान के 24 घंटे में सीएम ने क्लियर कर दिया ये सिर्फ चुनावी जुमला साबित होगा। बीजेपी प्रदेश में फ्री बिजली नहीं देना चाहती है। उन्होंने कहा,ऊर्जा मंत्री घोषणा करते 100 यूनिट बिजली फ्री देंगे लेकिन 24 घंटे के अंदर सीएम कहते,अभी कोई प्रस्ताव नहीं आया,कोई प्लान नहीं । इस टालमटोल रवैए से ये साफ हो गया बीजेपी आगामी चुनावों को देखते हुए केवल जुमलेबाजी कर रही इनकी प्रदेश वासियों को मुफ्त बिजली देने की कोई मंशा नहीं है। आप प्रवक्ता ने कहा,दिल्ली मॉडल की तर्ज पर उत्तराखंड में भी बिजली फ्री होनी चाहिए और यहां 300 यूनिट तक बिजली उपभोक्ताओं को मुफ्त मिलनी चाहिए। आप प्रवक्ता ने कहा, उत्तराखंड में 300 यूनिट बिजली फ्री और बीजेपी ने जुमले के सहारे ,जनता को जो धोखा दिया इसके लिए , कल आप कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में अपनी इस मांग को लेकर सीएम आवास का घेराव करने जा रहे हैं।
वहीं आप नेता रविंद्र जुगरान ने कहा, प्रदेश के पहले ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का मुफ्त बिजली को लेकर भ्रामक बयान देना और फिर नए नवेले मुख्यमंत्री का यह कहना कि, ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है, दिखाता है कि भाजपा सरकार बिजली के मुद्दे पर जनता को भरमा रही है,जुमलेबाजी कर रही है। भाजपा कभी भी जनता को मुफ्त बिजली देने के हक में नहीं रही, जिसे आज मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के बयान ने फिर से साबित कर दिया है। यही नहीं बिना होमवर्क के ,मुफ्त बिजली के मुद्दे पर मुख्यमंत्री और मंत्री के बयानों में विरोधाभास ये बताने के लिए काफी है कि चेहरा बदलने के बाद भी सरकार में अंतर्विरोध बना हुआ है जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है।
रविंद्र जुगरान ने कहा, आज उत्तराखंड में लोग महंगी बिजली को लेकर परेशान हैं, जनता त्राहि-त्राहि कर रही है, लोगों को गलत, बढ़े हुए बिल थमाए जा रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय उनके साथ मुफ्त बिजली का जुमला फेंक कर छलावा कर रही है। उन्होंने कहा, 100 यूनिट मुफ्त बिजली दिए जाने की बात सिर्फ कोरी बकवास है जो बीजेपी के चाल चरित्र को दर्शाती है।उन्होंने कहा, क्या सरकार उत्तराखंड की जनता को इतना बेवकूफ समझती है कि कुछ भी ऊल-जुलूल बयान दिए जा रहे हैं।इसके अलावा उन्होंने हरक सिंह रावत से पूछा उत्तराखंड में जब 2 महीने में बिल आता है, तो 1 महीने में 100 यूनिट फ्री की घोषणा का क्या मतलब है ? उन्होंने पूछा कि क्या इसका मतलब यह है कि एक महीने में केवल 50 यूनिट बिजली ही मुफ्त मिलेगी ? उन्होंने कहा कि जनता को बिजली देने के लिए सरकार की नीयत साफ होनी चाहिए जैसा कि दिल्ली की केजरीवाल जी की नीयत साफ है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में सरकार की नीयत में ही खोट है, जिसका प्रमाण यह है कि सरकार ने उन अधिकारियों को मुफ्त बिजली की योजना बनाने के लिए कहा है जो साढ़े चार साल से जनता पर महंगी बिजली का बोझ डाले हुए हैं।
रविंद्र जुगरान ने कहा,कल आप के कई कार्यकर्ता ,300 यूनिट फ्री बिजली की मांग और बीजेपी सरकार द्वारा जुमले के जरिए उत्तराखंड की जनता को धोखा देने पर,सीएम आवास का घेराव करते हुए जुमलेबाजी की इस सरकार को चेताएगी। आप के सभी कार्यकर्ता, जनता के हक की लड़ाई में जनता के साथ हमेशा खड़े रहेंगे ।