ब्रेकिंग न्यूज।मैदान में अब केवल 728 प्रत्याशी रहे,70 सीटों पर 22 का नामांकन निरस्त(अब कौन मैदान में और कौन हुआ बाहर,जानने के लिए पढ़ें)

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मैदान में अब केवल 728 प्रत्याशी रहे,70 सीटों पर 22 का नामांकन हुआ निरस्त
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उत्तराखंड राज्य में 2022 को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल किए गए।
नामांकन पत्रों की जांच के बाद राज्य की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में से
कुल 22 आवेदकों के नामांकन निरस्त किए गए हैं।अब ये प्रत्याशी चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए हैं। इनमें गढ़वाल मंडल के 13 और कुमाऊं मंडल के 9 नामांकन शामिल हैं। अब 31 जनवरी को नाम वापसी के बाद सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।शनिवार को प्रदेश की सभी सभी 70 सीटों पर दाखिल नामांकन पत्रों की जांच की गई।



इनमें देहरादून की 10 विधानसभाओं में से केवल कैंट विधानसभा सीट पर तीन आवेदकों के नामांकन निरस्त किए गए। पौड़ी गढ़वाल जिले में यमकेश्वर, श्रीनगर, कोटद्वार, चौबट्टाखाल व पौड़ी विधानसभा सीट पर एक-एक नामांकन निरस्त किया गया। वहीं, टिहरी जिले में देवप्रयाग से एक नामांकन निरस्त हुआ। उत्तरकाशी, चमोली व रुद्रप्रयाग जिले में कोई नामांकन निरस्त नहीं हुआ। हरिद्वार जिले में चार नामांकन पत्र निरस्त किए गए। इसमें रानीपुर से एक और लक्सर सीट पर तीन नामांकन निरस्त किए गए। वहीं, कुमाऊं मंडल में पिथौरागढ़ जिले की डीडीहाट सीट से एक और चंपावत जिले की लोहाघाट सीट पर एक नामांकन रद किया गया। बागेश्वर जिले में तीन नामांकन निरस्त हुए। इनमें बागेश्वर सीट से एक और कपकोट विधानसभा सीट से दो नामांकन निरस्त हुए। अल्मोड़ा जिले में सल्ट सीट से एक नामांकन रद हुआ। ऊधम सिंह नगर जिले में तीन नामांकन निरस्त हुए। यहां रुद्रपुर, जसपुर और गदरपुर विधानसभा सीट पर एक नामांकन निरस्त हुआ। नैनीताल जिले में कोई नामांकन पत्र निरस्त नहीं हुआ।





विधानसभा चुनाव में शनिवार को सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्रों की जांच की गई। इस दौरान अलग-अलग जगह से 22 उम्मीदवारों के नामांकन खारिज हो गए हैं, इस कारण अब मुकाबले में कुल 728 उम्मीदवार बचते हैं। नामांकन में यमकेश्वर, नरेंद्रनगर और बाजपुर विधानसभा में सबसे कम छह- छह दावेदार सामने आए।सोमवार को नाम वापसी के बाद इसमें और कमी आनी तय है। निर्वाचन प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को नामांकन के अंतिम दिन तक प्रदेश भर में कुल 750 नामांकन दाखिल हुए थे। शनिवार को तय कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन पत्रों की जांच हुई।





इस दौरान विभिन्न कमियों की वजह से प्रदेश भर से 22 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए हैं। हालांकि इसमें कोई प्रमुख दल या निर्दलीय उम्मीदवार शामिल नहीं है। इस तरह अब मुकाबले में 728 दावेदार बचते हैं। अब अगले चरण में सोमवार को नाम वापसी का दिन तय है। इसके बाद ही अंतिम मुकाबले के लिए उम्मीदवारों की संख्या तय हो पाएगी। 2017 के चुनाव में कुल 637 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, इस बार इस उम्मीदवारों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।





नामांकन में यमकेश्वर, नरेंद्रनगर और बाजपुर विधानसभा में सबसे कम छह- छह दावेदार सामने आए। इसमें शनिवार को जांच के दौरान यमकेश्वर से एक प्रत्याशी का नामांकन खारिज हो गया है, इस कारण यहां अब पांच प्रत्याशी ही शेष बचे हैं। दूसरी तरफ सबसे अधिक 20 दावेदार, मतदाता संख्या के लिहाज से सबसे बड़ी विधानसभा धर्मपुर में आए हैं। इसके बाद 19 दावेदार डोईवाला विधानसभा में सामने आए हैं।
जांच के बाद शेष दावेदार
उत्तरकाशी          27
चमोली               34
रुद्रप्रयाग            27
टिहरी                43
देहरादून            141
हरिद्वार             127
पौड़ी                 52
पिथौरागढ़         32
बागेश्वर             17
अल्मोड़ा           57
चम्पावत           15
नैनीताल           72
यूएसनगर         86
कुल             728
नाम वापस लेने के बाद चुनावी जंग में शेष बचे प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा 14 फरवरी को ईवीएम में बंद हो जायेगा,और 10 मार्च को खुल जायेगा।




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