सुरक्षित भविष्य के लिए जैव विविधता संरक्षण जरूरी

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*सुरक्षित भविष्य के लिए जैव विविधता संरक्षण जरूरी*

*राठ महाविद्यालय पैठानी पौड़ी गढ़वाल के भूगोल विभाग, एन0एस0एस0, कला परिषद तथा ग्राम सभा कनाकोट के संयुक्त तत्वावधान मे ग्राम कनाकोट में जैव विविधता दिवस के अवसर पर ग्रामीणों के साथ आयोजित की गई एक दिवसीय पर्यावरण* *संरक्षण गोष्ठी।*

डाॅ0 देवकृष्ण थपलियाल

*पैठानी* । “विश्व जैव विविधत दिवस” के सुअवसर पर राठ महाविद्यालय पैठानी पौड़ी गढ़वाल के भूगोल विभाग, एन0एस0एस0, कला परिषद के संयुक्त तत्वावधान मे आज समीप वर्ती ग्राम कनाकोट में ग्रामीणों के साथ महाविद्यालय छात्र/ छात्राओं द्वारा पर्यावरण सरोकारों पर विस्तृत चर्चा की गई।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0जितेंद्र कुमार नेगी कहा की मानव का भविष्य तभी तक संरक्षित व सुरक्षित रह सकता है, जब जैव विविधता का सम्मान करे, उन्होंने कहा की प्रकृति में भोजन चक्र टूटा तो विनाश अवश्यंभावी है, उन्होंने गुलदार द्वारा बच्चों का शिकार किए जानें कि घटना को इसी से जोड़ते हुए कहा कि मनुष्य ने वनों पर आश्रित रहने वाले जीवधारियों के आवास और भोजन को छीना है, अगर अभी भी हम नहीं संभले तो आगे अंजाम और भी भयावह हो सकता है।

राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के प्रभारी डा0 देव कृष्ण थपलियाल ने कहा कि जिस पहाड़ में कभी वन संपदा को बचाने के लिए बड़े/बड़े आंदोलन किए गए, उस पहाड़ में आज विकास के नाम प्राकृतिक संपदा का दोहन बड़ी निर्ममता से किया जा रहा है।

स्थानीय पर्यावरण सरोकारों से जुड़ी संस्था “समलोंण” के संस्थापक वीरेंद्र गोदियाल ने कहा कि पृथ्वी का संरक्षण करना है तो वनों का संरक्षण करना होगा।


गोष्ठी को महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ0 राजीव दुबे, डॉ0 वीरेंद्र चंद डॉ0 अखिलेश कुमार सिंह , ग्राम प्रधान कमल सिंह, आदि लोगो ने संबोधित किया। गोष्ठी में बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणो के अलावा छात्र/ छात्राओं ने भी अपने अनुभव साझा किए।


कार्यक्रम का संचालन समलोंंण संस्था के सचिव व व्यापार संघ पैठानी के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी “नर्री भाई” ने किया अपने संचालन में उन्होने बार बार वनों के संरक्षण और वृक्षारोपण पर जोर दिया। गोष्ठी अपने नियत समय 11:00 प्रात से शुरू हुई तथा 2:00 बजे समापन हो गई, तत्पश्चात वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियान चलाया गया।

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