आध्यात्मिक राजधानी से संवरेगी उत्तराखंड की तस्वीर,सभी मंदिरों को मिलेगा नया अस्तित्व – आप

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*उत्तराखंड बनेगा आध्यात्मिक राजधानी,पूरी दुनिया में होगी प्रदेश की अलग पहचान – कर्नल कोठियाल,आप वरिष्ठ नेता*

*आध्यात्मिक राजधानी से संवरेगी उत्तराखंड की तस्वीर,सभी मंदिरों को मिलेगा नया अस्तित्व – आप*

*आध्यात्मिक राजधानी से मिलेगी देवभूमि को विश्वपटल पर पहचान : कर्नल अजय कोठियाल*

*प्रदेश को आध्यात्मिक राजधानी बनाने को आप पार्टी का हर कार्यकर्ता संकल्पित,जनता करे सहयोग – कर्नल कोठियाल,आप वरिष्ठ नेता*

 

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल अजय कोठियाल ने आज एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता करते हुए गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर उत्तराखंड को आधयात्मिक राजधानी बनाने का संकल्प लेते हुए प्रदेश की जनता से इस अभियान से जुडने का आहवाहन किया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी द्वारा उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने का जो संकल्प लिया गया था ,पार्टी का हर कार्यकर्ता उसके लिए पूरी तरह से संकल्पित है।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड पूरे विश्व में धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। पूरी दुनिया से लोग यहाँ आत्मिक शांति के लिए आते हैं। आज गणेश चतुर्थी के इस पावन अवसर पर हम एक बड़ा संकल्प लेने जा रहे हैं, अरविंद केजरीवाल जी ने जो देवभूमि उत्तराखंड को पूरे विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बात कही थी, अब उसको पूरा करने का समय आ चुका है।

उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से वैबसाईट दिखाते हुए बताया कि, कैसे लोग इस वैबसाइट में अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं ,लोग इसके माध्यम से अपना समर्थन दे सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुडते हुए अपनी राय भी दे सकते हैं कि उन्हें कैसी आध्यात्मिक राजधानी चाहिए, इस अभियान को सफल बनाने में पूरे प्रदेश के लोगों का सहयोग लिया जाएगा

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा कुंभ नगरी हरिद्वार, प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां धारी देवी मंदिर, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, गोलू देवता , तुंगनाथ, रुद्रनाथ, गोपीनाथ, जोशीमठ में नरसिंह भगवान का मंदिर, महासू देवता ,बाबा विश्वनाथ मंदिर समेत कई तीर्थ स्थल उत्तराखंड में ऐसे हैं जिनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। गंगा और यमुना का उदगम उत्तराखंड से ही होता है और प्रसिद्ध योगनगरी ऋषिकेश भी उत्तराखंड में ही स्थित है। उन्होंने आगे कहा कि राजा भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम भी इसी उत्तराखंड के कोटद्वार में है, यानी पूरा उत्तराखंड धर्म और अध्यात्म का जीवंत प्रमाण है,जिससे कोई भी अनभिज्ञ नहीं है।

कर्नल कोठियाल ने आगे कहा कि आध्यात्मिक राजधानी के संकल्प का मतलब इन समस्त धार्मिक स्थलों में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित करना है ,ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को यहां आकर तमाम सुविधाएं मिल सकें और वो बार बार उत्तराखंड में आते रहें। इससे जहां एक ओर उत्तराखंड की ख्याति तो पूरे विश्व में बढ़ेगी ही साथ ही रोज़गार के भी कई अवसर पैदा होंगे जिनसे स्थानीय युवकों को रोजगार के सैकडों अवसर प्राप्त होंगे।

उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी धर्मविरोधी है जिसने देवस्थानम बोर्ड बनाकर धर्म को भी अपने अधीन करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने पंडा पुरोहितों को अपने खून से चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री को भेजने पर मजबूर कर दिया है। जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी।

उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि, आप पार्टी की इस भागेदारी में उत्तराखंड की जनता उनका साथ दे ,ताकि सब मिलकर देवभूमि उत्तराखंड को विश्वभर के हिन्दुओं की आध्यात्मिक राजधानी बनाने में सफल हो सकें। इस अभियान से जुड़ने के लिए लोगों को www.spiritualcapital uttarakhand.com
पर रजिस्टर करना होगा। उन्होंने सभी लोगों से निवेदन करते हुए कहा कि इसकी जानकारी सभी लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी दें ताकि ये संकल्प पूरा हो सके और हमारे उत्तराखंड कारे नई पहचान मिलने के साथ यहां के युवाओं के लिए रोजगार के सैकडों अवसर पैदा हो सकें। कर्नल कोठियाल के साथ आप उपाध्यक्ष विनोद कपरवाण और प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली भी मौजूद रहे।

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