सालम क्रांति के शहीदों की कर्मभूमि धामदेव जयंती बनी राजनीति का अड्डा

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बिरेन्द्र सिंह कपकोटी

अल्मोङा। सालम क्रांति के शहीदों की कर्मभूमि धामदेव जयंती भी अब राजनीति का अड्डा बनने लगा है। हमेशा आजादी के दीवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित होने वाला कार्यक्रम इस साल भाजपा और कांग्रेस का अलग अलग हुआ। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि एक जनप्रतिनिधि ने इस कार्यक्रम को राजनीतिक कार्यक्रम बना दिया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित नहीं किया गया।
जयंती के धामदेव में भाजपा से जुङे लोगों ने वरिष्ठ पार्टी नेता सुभाष पांडेय के साथ पहुंच कर शहीदों को नमन किया। श्री पांडेय ने कहा कि इस कार्यक्रम का राजनीतिकरण ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जयंती में साल क्रांति की याद में स्मारक बनाने की घोषणा की है। इसका स्वागत किया। स्थानीय विद्यालयों के बच्चों, शिक्षक और जनप्रतिधियों की उपस्थिति में हुए कार्यक्रम में सुभाष पांडेय के साथ ही दर्जनों लोगों ने आजादी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। साल के कांत्रिकारी नर सिंह और टीका सिंह के संघर्ष को याद किया गया। कार्यक्रम में श्याम नारायण पांडेय, धौलादेवी ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष प्रताप गैङा, चिंता सिंह, आनन्द सिंह, केशव आयॅ, दीपक, चंद्रेश, कुंदन सिंह, बच्ची सिंह, प्रताप सिंह, हरीश बोरा, हजामत सिंह धौनी, प्रकाश आयॅ, भीम सिंह, कुंवर सिंह, मनोज बिष्ट, प्रकाश जोशी, तारा बजेटा, खीम सिंह, मदन सिंह, खुशहाल बिष्ट, दीवान राम उपस्थित रहे।

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