लाहौर।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 50 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
गौरतलब है कि मंदिर की सुरक्षा में नाकामी को लेकर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों को फटकार लगाई थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।बता दें कि लाहौर से करीब 590 किलोमीटर दूर रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में बुधवार को एक गणेश मंदिर पर भीड़ ने हमला किया था।
मंदिर की मरम्मत का काम हुआ शुरू
उन्होंने बताया कि मंदिर पर हमला करने के आरोप में 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ आतंकवाद और पाकिस्तान दंड संहिता (PPC) की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मंदिर की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान गुलजार अहमद ने शुक्रवार को कहा था कि मंदिर में तोड़फोड़ की घटना देश के लिए शर्मनाक है क्योंकि पुलिस मूक दर्शक की तरह काम कर रही है।
गुलजार अहमद ने आठ साल के बच्चे की गिरफ्तारी पर हैरानी जताई और पुलिस से पूछा कि क्या वह इतने छोटे बच्चे की मानसिक हालत को समझ नहीं पाई।पाकिस्तान की संसद ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर मंदिर पर हमले की घटना की निंदा की।मामले में सुनवाई 13 अगस्त तक के लिए टाल दी गई है।बता दें कि 8 साल के बच्चे पर मदरसे में यूरिन करने का आरोप लगाया गया था।
इससे पहले भारत ने गुरुवार को नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया और इस घटना के साथ पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की आजादी और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले की लगातार बढ़ती घटनाओं को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया था।




